10 दमकलों की मदद से आग पर पाया गया काबू, सुबह 5 बजे तक धधकती रही आग
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा शहर के सिविल लाइन थाना अंतर्गत ट्रांसपोर्ट नगर में सड़क से गुजरी बारात के पटाखों से भीषण आगजनी की घटना हो गई। इस दौरान टायर का गोदाम सहित 4 टेलर ट्रक व एक बस भी आग की चपेट में आ गई। मंगलवार की रात तकरीबन 10.30 बजे हुई आग लगने की घटना के तकरीबन 4 घंटे बाद आग की लपटों पर काबू पाया जा सका। घटना में टायर गोदाम संचालक को तकरीबन 10 लाख रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
घटना की सूचना पर नगर निगम परिषद अध्यक्ष व्यंकटेश पांडे, सीएसपी शिवाली चतुर्वेदी, सिविल लाइन थाना प्रभारी हितेंद्र नाथ शर्मा, समाजसेवी परमजीत सिंह डंक सहित भारी भीड़ एकत्रित रही। मौके पर रीवा नगर निगम सहित, बीटीएल फैक्ट्री, गुढ नगर परिषद व गोविंदगढ से कुल 6 दमकलों को बुलाया गया जिनकी मदद से कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक रीवा शहर के ट्रांसपोर्ट नगर में टायर रिमोडिंग की दुकान संचालित करने वाले मोहम्मद चांद की दुकान व गोदाम में बीती देर रात तकरीबन 10.30 बजे पटाखों की चिंगारी से भीषण आग लगने की घटना हो गई। घटना के दौरान गोदाम के समीप खड़े चार टेलर ट्रक व एक बस भी आग की लपटों की चपेट में आ गए हैं। घटना के दौरान दुकान संचालक का तकरीबन 8 से 10 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
घटना की सूचना पर मौके पर नगर निगम परिषद अध्यक्ष व्यंकटेश पांडे, सीएसपी शिवाली चतुर्वेदी, सिविल लाइन थाना प्रभारी हीतेंद्र नाथ शर्मा दल बल के साथ मौके पर पहुंच गए और तकरीबन 4 घंटे बाद छह दमकल की मदद से आग पर काबू पाया जा सका। घटना में टायर का गोदाम जहां पूरी तरह से जलकर राख हो गया तो वही चार टेलर वाहन व एक बस भी क्षतिग्रस्त हुई है। गोदाम संचालक ने बताया कि आगजनी की घटना के पहले यहां से एक बारात गुजरी थी और उसी में हुई आतिशबाजी के दौरान निकली चिंगारी से आग भड़की है।
शहर के भीतर हुई इस घटना के बाद जहां एक ओर नगर निगम के व्यवस्थाओं की पोल खुल गई वहीं दूसरी ओर समाजसेवी परमजीत सिंह डंग ने शहर में कम से कम पांच दमकल होने की बात कही है। उनका कहना है कि शहर का विकास तेजी से हो रहा है जनसंख्या में वृद्धि हो रही है और नई कालोनियों की बस रही है जिसके चलते दमकल की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि नगर निगम से जो पहला दमकल आया था अगर उस में पानी की मात्रा पर्याप्त होती तो आग पर तुरंत काबू पाया जा सकता था और दुकान संचालक का बड़ा नुकसान नहीं होता लेकिन दमकल में ज्यादा पानी ना होने की वजह से यह भीषण आगजनी की घटना विकराल रूप धारण कर लिया।