अधिकारियों की नाक के नीचे किया लाखों का गोलमाल, किसी को भी नहीं लगी भनक
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा में शासकीय विभाग के दैनिक वेतन भोगी कम्प्यूटर आपरेटर का बड़ा कारनामा उजागर हुआ है। आपरेटर ने ना सिर्फ विभाग और शासन को चूना लगाया बल्कि उसने एक कर्मचारी के साथ भी धोखाधड़ी की हैै। आरोपी ने कूटरचित तरीके से शासन की राशि अपने खाते में ट्रांसफर कर ली। इसकी जानकारी मिलने पर विभाग ने जब रुपए वापस मांगे तो आरोपी ने चेक दिया जो बाऊंस हो गए। अब आरोपी के खिलाफ थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है।
मामला सिंचाई विभाग चिरहुला का है। कार्यालय में संतोष कुमार गुप्ता को कम्प्यूटर ऑपरेटर के रूप में पदस्थ किया गया था जिसके पास सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की आइडी थी। वह वेतन जनरेट करने के साथ ही एफएमआइएस के समस्त कार्य करता था। आरोपी ने उपयंत्री अर्जुन सिंह धुर्वे को भुगतान के नाम पर अप्रैलए मईए जून 2021 को 14ण्40 लाख रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए। खुलासा ऑडिट के दौरान आइएमएमआइएस रिपोर्ट सम्मिट करवाते समय हुआ।
घोटाला पकड़ में आने के बाद कार्यालय के वर्ग तीन विष्णुदत्त शर्मा ने जब कम्प्यूटर आपरेटर से संपर्क किया तो उसने राशि अपने खाते में ट्रांसफर करना स्वीकार किया। आरोपी ने उक्त रुपए वापस लौटाने के एवज में कर्मचरी को चेक दिए तो सारे चेक बैंक में बाऊंस हो गए। कम्प्यूटर ऑपरेटर ने अधिकारियों की नाक के नीचे से लाखों रुपए का गोलमाल कर लिया और उनको भनक तक नहीं लग पाई। उक्त आपरेटर की नियमित नियुक्ति नहीं की गई थी बल्कि मासिक वेतन पर तत्कालीन कार्यपालन यंत्री ने उसे रख लिया था।
कर्मचारी से भी आपरेटर की धोखाधड़ी
कम्प्यूटर आपरेटर ने विभाग को चूना लगाने के बाद कर्मचारी विष्णुदत्त शर्मा के साथ धोखाधड़ी की है। बताया गया कि 14 लाख के गबन का मामला सामने आने के बाद जब कर्मचारी ने आपरेटर से रूपए जमा करने के लिये बोला तो उसने कर्मचारी को झांसा देते हुये उससे मदद मांगी और जल्द ही पैसे जमा करने की बात कही। आपरेटर के झांसे में आकर कर्मचारी ने शासन के ब्याज सहित 15 लाख जमा कर दिए लेकिन जब राशि जमा हो गई तो आपरेटर ने कर्मचारी को पैसे वापस लौटाने से इंकार कर दिया। मामले में परेशान कर्मचारी द्वारा थाने में शिकायत की गई जिसकी जांच के उपरांत पुलिस ने आपरेटर के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर ली है।