24 घंटे में पुलिस नें किया अंधी हत्या का पर्दाफाश, आरोपी गिरफ्तार….
तेजखबर 24 रीवा।
रीवा मे 2 दिन पूर्व हुई महिला की अंधी हत्या का पर्दाफाश कर दिया है। महिला की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि पड़ोस में रहने वाली एक सिरफिरे प्रेमी नें की थी। घर के पड़ोस में रहने के कारण महिला और आरोपी के बीच जान पहचान थी। उनके बीच अक्सर फोन पर बातचीत हुआ करती थी और इस बातचीत को आरोपी प्यार समझ बैठा लेकिन इसी बीच महिला की शादी हो जाती है और वह फोन पर बातें करना बंद कर देती है। महिला द्वारा इस तरह नजरअंदाज करना सिरफिरे प्रेमी को नागवार गुजरने लगा और वह मन ही मन हत्या करने की ठान लेता है। इकतरफा प्यार मे पागल इस सिरफिरे के दिल में प्यार और दिमाग मे गुस्सा था। सिरफिरे प्रेमी नें मायके आई महिला को मिलने बुलाया, जहां उसने दिल के प्यार को दरकिनार कर दिमाग में भरे गुस्से को अपना हथियार बनाया और महिला की बड़ी ही बेरहमी से गला घोंटकर हत्या करके मौके से फरार हो गया। पुलिस ने फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर इस पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया है और हत्या के अपराध की धारा 302 के तहत न्यायिक अभिरक्षा मे जेल भेज दिया।
जानिए क्या है पूरा मामला
तारीख थी 12 मई की दिन था शुक्रवार का और वक्त सुबह के सात बजे जब हनुमना के ग्राम अमहा वासुदेव मे 20 वर्षीय नवविवाहित महिला सुनीता प्रजापति घर के बगल मे म्रत हालत में पड़ी मिलती हैं। महिला की लाश को सबसे पहले उसकी मां देखती है। बेटी को म्रत हालत में देखकर मा की चीख निकल जातीं है जिसे सुनते ही परिजन सहित आस.पड़ोस के लोग पहुच जाते है और वहां का नजारा देख उनके भी पैरों तले जमीन खिसक जाती है। स्थानीय लोग सबसे पहले पुलिस को सूचना देते है। पुलिस मौके पर पहुंचती है और मामला एक नवविवाहित महिला की मौत का देख घटना स्थल सुरक्षित करा फारेन्सिक टीम को बुलाती है।
यहा फोरेंसिक टीम के वरिष्ट वैज्ञानिक अधिकारी डाक्टर आरपी शुक्ला अपनी टीम के साथ घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण करते हैं। फोरेंसिक टीम ने पाया कि महिला के गले में दबाव के निशान है जबकि उसके शरीर के किसी भी हिस्से कोई अन्य चोट के निशान नहीं थे, लेकिन मोके पर मौत से पहले किये गए संघर्ष के निशान जरूर मिले और वहीं पर टेलीफोन की तार का टुकड़ा भी पड़ा था। हालांकि फोरेंसिक टीम इस फैसले तक नही पहुंच पाई कि महिला की मौत कैसे हुई लेकिन गला घोंटकर हत्या की आशंका जरूर जताई।
लाॅकडाउन के समय हुई थी महिला और आरोपी की पहचान
महिला के मौत की गुत्थी को सुलझाने पुलिस ने जब मामले की पड़ताल शुरू की तो एक के बाद एक चौकाने वाले खुलाशे हुये। पुलिस के मुताबिक महिला और आरोपी के बीच लाॅकडाउन के समय में जान पहचान हुई थी। उन दिनों महिला की शादी नहीं हुई थी और आरोपी पड़ोस में रहने वाली अपनी मौसी के घर में रहता था। दोनों के बीच हुई मुलाकात के बाद बातचीत का दौर दौर शुरु हुआ और फोन पर बातें भी होने लगी। हालाकि महिला की तरफ से यह एक दोस्ती थी लेकिन आरोपी इसे प्यार समझ बैठा और मन में उसे पाने की चाहत रखने लगा, लेकिन इसी बीच सुनीता की शादी हो जाती है और वह अपने ससुराल चली जाती है। शादी के बाद सुनीता ने आरोपी से बातें करना बंद कर दिया। जब भी वह फोन करता तो सुनीता नाराज हो जाती। सुनीता का इस तरह से मुंह मोड़ लेना आरोपी को नागवार गुजरने लगा लेकिन फिर भी वह हार नहीं माना उससे मिलने के बहाने ढूढता रहता। सुनीता जब भी मायके आती तो उससे जबरन मिलने पहुंच जाता लेकिन सुनीता को यह सब जरा भी पसंद नहीं था और वह विरोध जताने लगी।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
पुलिस ने अपने खुलासे में बताया कि आरोपी के दिल में सुनीता के लिये जितना प्यार था उतनी ही नफरत भी भरी थी। सुनीता की शादी को सिर्फ 5 से 6 महीने ही हुये थे। 5 दिन पहले सुनीता अपने मायके आई थी जिस बात की खबर लगते ही आरोपी अपनी मौसी के घर आया और सुनीता से मिलने की जिद करने लगा। घटना दिनांक को आरोपी रातभर सुनीता का इंतजार करता रहा और जब सुनीता सुबह 4 बजे तेंदूपत्ता बिनने के लिये घर के बाहर निकलती है तो आरोपी घर के पीछे पहले से छिपा बैठा रहता है। सुनीता के निकलते ही आरोपी उसके सामने प्रकट हो जाता है जिसे सुनीता वापस जाने के लिये बोलती है तो वह गुस्से से लाल हो जाता है और वहीं पर सुनीता की गला घोंटकर हत्या कर देता है।