सीधी में पीड़ित के गायब होने से चलता रहा हंगामा, पीड़ित की पत्नी और परिजन भी रहे भोपाल की खबर से अंजान…
तेज खबर 24 भोपाल /सीधी।
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में हुआ पेशाब कांड का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को पेशाब कांड का वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने राजनैतिक रंग ले लिया है। पुलिस ने इस मामले में भले ही आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ ना सिर्फ एनएसए की कार्यवाही की बल्कि आरोपी के घर को भी जमींदोज कर दिया गया है लेकिन घटना को लेकर सियासत उस वक्त गरमा गई जब इस पूरे मामले का फरियादी ही जिले से गायब हो गया।
सीधी जिले से फरियादी के गायब होने के बाद एक ओर जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने फरियादी के घर पहुंच कर धरना दे दिया तो कहीं फरियादी की पत्नी और परिजन भी उसके लापता होने से अनजान रहे। इधर गुरुवार को अचानक से फरियादी राजधानी भोपाल स्थित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निवास पर पहुंच गया जहां मुख्यमंत्री ने ना सिर्फ फरियादी दशरथ रावत की आवभगत की बल्कि उसके पैर धोते हुए माफी मांगी और शॉल ओढाकर उसे अपना दोस्त कहा।
दरअसल मध्य प्रदेश के सीधी जिले में आदिवासी तशमत रावत पर एक भाजपा कार्यकर्ता के द्वारा पेशाब करने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद भोपाल से दिल्ली तक हड़कंप मचा हुआ है। मंगलवार को वायरल हुआ वीडियो के बाद बुधवार की देर रात तक सीधी जिले में घटना को लेकर आरोप और प्रत्यारोप का दौर चलता रहा तो वही गुरुवार को पीड़ित दशमत रावत भोपाल स्थित मुख्यमंत्री निवास जा पहुंचा। जहां सीएम शिवराज ने पीड़ित दशमत के पैर धोए और शॉल ओढाकर उसका सम्मान किया। सीएम शिवराज ने कहा कि मन दुखी है, मेरे लिए जनता ही भगवान है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित से बातचीत की और उसे शासन से मिलने वाली विभिन्न योजनाओं के लाभ के संबंध में भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने पीड़ित से कहा कि मुझे बहुत दुख हुआ है, मैं आपसे माफी मांगना चाहता हूं। मेरे लिए जनता ही भगवान समान है। सीएम ने दशमत को सुदामा कहते हुए कहा कि तुम मेरे दोस्त हो।
बताया जा रहा है कि दशमत को भोपाल तक स्थानीय जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा ले जाया गया है। लेकिन इस बात की खबर किसी को कानों कान तक नहीं थी। गुरुवार को जब अचानक से सीएम हाउस से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ दशमत की फोटो सामने आई तो लोगों को दशमत के भोपाल में होने की जानकारी हुई। फिलहाल इस मामले को लेकर सीधी जिले में अभी भी लोगों के भीतर आक्रोश है।