स्थानांतरण ना करने के एवज में मांगी गई थी 1 लाख की रिश्वत, 20 हजार लिए जा चुके थे एडवांस…
तेज खबर 24 सीधी/रीवा।
देशभर में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत रीवा लोकायुक्त ने शुक्रवार को सीधी जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए सहायक आयुक्त को 80 हजार रुपयों की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ ट्रैप किया है। मामले में सीधी के प्राथमिक शिक्षा प्रभारी व अजाक छात्रावास अधीक्षक को भी आरोपी बनाया गया है।
लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक सहायक आयुक्त राजेश सिंह परिहार सहित प्राथमिक शिक्षा प्रभारी व अजाक छात्रावास अधीक्षक अनिरुद्ध पांडे द्वारा बतौर रिश्वत 1 लाख की मांग की गई थी। आरोपियों नें फरियादी छात्रावास अधीक्षक सिहावल अजाक विभाग अशोक पांडे से उनका स्थानांतरण ना करने के एवज में मांगी गई थी। फरियादी की शिकायत के बाद रीवा लोकायुक्त की टीम ने ट्रेप कार्रवाई सुनियोजित कर शुक्रवार की सुबह सीधी के सहायक आयुक्त राजेश सिंह को उनके ही आवास में फरियादी से 80 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है, जबकि उक्त रिश्वत में 20 हजार की रकम पूर्व में ले चुके प्राथमिक शिक्षा प्रभारी छात्रावास अधीक्षक अनिरुद्ध पांडे को भी आरोपी बनाया गया है।
दरअसल यह कार्रवाई शुक्रवार की सुबह रीवा लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ के निर्देश पर 12 सदस्य टीम ने सीधी जिले में की है। कार्रवाई के संबंध में एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने जानकारी देते हुए बताया है कि सहायक आयुक्त व प्राथमिक शिक्षा प्रभारी छात्रावास अधीक्षक द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत फरियादी अशोक पांडे छात्रावास अधीक्षक सिहावल अजाक विभाग के द्वारा रीवा लोकायुक्त कार्यालय में आकर दर्ज कराई गई थी।
फरियादी ने अपनी शिकायत में बताया था कि सीधी से दूसरे स्थान पर स्थानांतरण ना करने के एवज में उनसे सहायक आयुक्त राजेश सिंह परिहार और प्राथमिक शिक्षा प्रभारी छात्रावास अधीक्षक अजाक विभाग अनिरुद्ध पांडे के द्वारा 1 लाख की रिश्वत मांगी जा रही है।
फरियादी की उक्त शिकायत तस्दीक पर सही पाए जाने के बाद ट्रैप कार्रवाई सुनियोजित की गई, इसके बाद शुक्रवार की आज सुबह सीधी पहुंचे 12 सदस्यीय दल ने सहायक आयुक्त राजेश सिंह परिहार को उनके ही सरकारी आवास में फरियादी से 80 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है, जबकि रिश्वत के 20 हजार की रकम पूर्व में ले चुके प्राथमिक शिक्षा प्रभारी छात्रावास अधीक्षक अनिरुद्ध पांडे को भी मामले में आरोपी बनाया गया है।
लोकायुक्त पुलिस ने दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।