NEWS BY- AYAJ KHAN
मिनी काशी की पहचान खो चुके लक्ष्मणबाग संस्थान के संस्कृत शिक्षक केंद्र की दोबारा मिलेगी पहचान…
तेज खबर 24 रीवा
मध्य प्रदेश का विंध्य क्षेत्र कभी संस्कृत शिक्षा अध्ययन का पुरातन केंद्र रहा है। विंध्य के रीवा स्थित लक्ष्मण बाग संस्थान से शिक्षित व दीक्षित होकर निकलने वाले छात्र आज भी देश के प्रमुख मठ मंदिरों में पीठाधीश्वर, महंत, आचार्य के पदों को सुशोभित करते हुए सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार कर रहे हैं । कभी मध्य प्रदेश के समस्त संस्कृत महाविद्यालय रीवा के अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय से संबंद्ध थे। जिसके चलते प्रदेश भर में संस्कृत की परीक्षाओं का संचालन यही से होता था, लेकिन उज्जैन में पणिन विश्वविद्यालय की स्थापना हो जाने के बाद से रीवा विश्वविद्यालय से यह अधिकार छिन गया था, लेकिन अब प्रदेश के पूर्व मंत्री व रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ल के प्रयासों के बाद रीवा में एक बार फिर संस्कृत विश्वविद्यालय स्थापित करने की आस जगाई गई है, और यह विश्वविद्यालय रीवा के ही लक्ष्मण बाग परिसर में स्थापित किया जा सकता है।
संस्कृत विश्वविद्यालय स्थापित करने भेजा गया प्रस्ताव…
दरअसल शिक्षा के क्षेत्र में रीवा को अब एक और उपलब्धि मिलने जा रही है। खबर है कि यहां संस्कृत विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा। हाल ही में मुख्यमंत्री के रीवा प्रवास के दौरान दिए गए आश्वासन का हवाला देकर जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री सचिवालय को पत्र भेजकर कार्यवाही का प्रस्ताव दिया है। विधायक राजेंद्र शुक्ला ने विधानसभा में अशासकीय संकल्प भी प्रस्तुत किया था, जिस पर सरकार ने उच्च शिक्षा विभाग से आवश्यक जानकारी पहले भी मांगी थी।
लक्ष्मण बाग संस्थान को मिनी काशी का प्राप्त था दर्जा…
रीवा के लक्ष्मण बाग संस्थान परिसर में संस्कृत विश्वविद्यालय स्थापित करने के संबंध में रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला ने सदन में कहा था कि यूपी के वाराणसी व प्रयागराज की सीमा से लगा विंध्य क्षेत्र संस्कृत शिक्षा अध्ययन का पुरातन केंद्र रहा है। उन्होंने कहा कि संस्कृत की शिक्षा ग्रहण करने एवं उस के माध्यम से सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करने के साथ ही जीविकोपार्जन का बड़ा साधन रहा है। आज भी विंध्य व उसके आसपास 14 संस्कृत महाविद्यालय और 54 संस्कृत विद्यालय संचालित है। जिसमें हजारों छात्र अध्यनरत है। श्री शुक्ल ने कहा कि उत्तर भारत में काशी के बाद विंध्य क्षेत्र संस्कृत शिक्षा का केंद्र रहा है, तब लक्ष्मण बाग संस्थान के संस्कृत शिक्षा केंद्र को मिनी काशी का दर्जा प्राप्त था।
2008 के बाद छिन गया था रीवा से अधिकार…
बताया गया कि वर्ष 2008 के पूर्व तक समूचे मध्यप्रदेश के संस्कृत महाविद्यालय अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध थे परीक्षाओं का यही से संचालन होता था। लेकिन उज्जैन में पणिन विश्वविद्यालय की स्थापना हो जाने से यह अधिकार रीवा से छिन गया था। लेकिन अब विधायक के प्रयासों के बाद माना जा रहा है कि नया संस्कृत विश्वविद्यालय रीवा के लक्ष्मणबाग परिसर में स्थापित किया जाएगा, जिसको लेकर स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई का प्रस्ताव मुख्यमंत्री सचिवालय को भेजा है।