NEWS BY- HARENDRA SINGH PARIHAR
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा के एक विद्यालय में सरकारी सिस्टम के चलते एक बार फिर हंगामे की स्थिति निर्मित हो गई। आरोप है कि शासकीय विद्यालय में एक छात्रा के झाड़ू लगाने से मना करने पर शिक्षकों के द्वारा उसकी पिटाई कर दी गई। जानकारी मिलने के बाद जब छात्रा के पिता स्कूल पहुंचे तो उनके साथ भी मारपीट की गई। छात्रा के पिता नें भी अपने बचाव में शिक्षक की उंगली दांत से काट ली। मामले एक ओर जहां शिक्षक द्वारा की गई मारपीट से छात्रा की तबियत बिगड़ने पर उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है तो वहीं शिक्षक की शिकायत पर सिटी कोतवाली पुलिस ने उंगली काटने वाले पिता को थाने में बिठा दिया जिसे लेकर गुरुवार की रात ही जमकर हंगामा हुआ।
दरअसल घटना सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के लोही स्थित शासकीय विद्यालय की है। परिजनों ने बताया कि शासकीय विद्यालय में छात्रा एवं उसका छोटा भाई पढ़ते है। रोजाना की तरह गुरुवार को जब छात्रा अपने भाई के साथ विद्यालय पहुंची तो शिक्षकों ने उसे झाड़ू लगाने के लिए कहा। आरोप है कि झाडू लगाने से छात्रा के मना करने पर विद्यालय में पदस्थ शिक्षक महेंद्र सिंह और बालमुकुंद पांडे ने छात्रा की पिटाई कर दी।
पिता ने काटी शिक्षक की उंगली…
छात्रा से मारपीट की जानकारी मिलने के बाद आक्रोशित पिता स्कूल जा पहुंचा और शिक्षकों को देखते हैं उनके ऊपर भड़क उठा। यहां देखते ही देखते पिता और शिक्षकों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो गई इस दौरान हुई छीना झपटी के बीच पिता ने एक शिक्षक की उंगली को दांतों से काट दिया। शिक्षक द्वारा घटना की शिकायत सिटी कोतवाली थाने में दर्ज कराई गई जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने छात्रा के पिता को हिरासत में ले लिया।
एक तरफा कार्यवाही से भड़के परिजन…
मामले में पुलिस द्वारा की गई एक तरफा कार्रवाई से छात्र के परिजनों का आक्रोश भड़क उठा। पिता की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही शिक्षकों की पिटाई से बीमार हुई छात्रा को परिजन उसे अस्पताल से लेकर बाहर निकल आए और सड़क पर छात्र को लेट कर जाम लगा दिया। परिजनों का आरोप था कि पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की है जबकि घटना की शुरुआत स्कूल के ही शिक्षकों द्वारा छात्रा के साथ मारपीट कर दी गई थी लेकिन पुलिस ने शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई न करते हुए उल्टा छात्रा के पिता को ही गिरफ्तार कर थाने में बंद कर दिया। काफी देर तक चले इस हंगामे के बाद पुलिस ने आक्रोशित परिजनों को समझाइश दी और मामले को शांत कराते हुए छात्रा को उपचार के लिए दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया।