तेज खबर 24 सीधी रीवा।
मध्यप्रदेश के सीधी जिले में मंगलवार को दिल को द हला देने वाला मामला प्रकाश में आया है । यहां आटो में सफर के दौरान मां की गोद में लेटे दुधमुंहे बच्चे के दोनों पैर बाहर निकले हुये थे जिस दौरान एक दूसरे से आंगे निकलने की होड़ में दूसरे आटो के चालक नें इतना सटाकर निकाला कि बच्चें के दोनों पैर कट गए।
इस पहली लापरवाही से जहां बच्चे के दोनों के पैर कट गए तो वहीं प्राथमिक उपचार के बाद रेफर किये गए बच्चे को रीवा ले जाने के लिये 3 घंटे तक एम्बुलेंस वाहन का इंतजार करना पड़ा जिसके चलते पैरों के जुड़ने की उम्मीद भी खत्म हो गई। फिलहाल इस बच्चे को उपचार के सीधी से रेफर होने के बाद रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दरअसल यह दिल को दहला देने वाला यह मामला सीधी जिले के रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक मंगलवार की दोपहर यात्रियों से खचाखच भरे ऑटो में महिला बच्चे को लेकर सीट पर किनारे बैठी थी। इससे बच्चे के दोनों पैर ऑटो से बाहर निकल गए थे। यह आटो अपनी रफ्तार में ही थी तभी यात्री लेने की प्रतिस्पर्धा में पीछे से आ रहे दूसरे ऑटो के चालक ने तेज गति से चलाते हुए इतना सटाकर ऑटो निकाला कि बच्चे के पैर ऑटो की जद में आकर कट गए।
रामपुर नैकिन के अगडाल मोड़ के पास हुई घटना को देखकर स्थानीय लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। आनन.फानन में बच्चे को उपचार के लिए रामपुर नैकिन सीएचसी ले जाया गया। रामपुर अस्पताल में चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे की हालत गंभीर देख उसे रीवा के लिए रेफर कर दिया, लेकिन वाहन की कोई व्यवस्था नहीं थी। एम्बुलेंस आने का आश्वासन दिया जाता रहा। यहां लगभग 3 घंटे तक अस्पताल के सामने एक मां अपने नवजात को तड़पता हुआ गोद में लिटाकर वाहन का इंतजार करती रही।
माना जा रहा है कि अगर समय पर बच्चे को अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो उसके पैर जोड़े जा सकते थे लेकिन 108 एम्बुलेंस की लचर व्यवस्था के कारण बच्चें ने जीवनभर के लिये अपने पैर खो दिए है। फिलहाल बच्चें को उपचार के लिये रीवा के संजय गांधी अस्पताल में दाखिल कराया गया है जहां उसका उपचार जारी है।