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कहीं खुशी कहीं गम : …राखी बंधवाने आ रहे इंजीनियर की ट्रेन से गिरकर मौत …18 साल बाद 3 बहनों को मिला बिछड़ा भाई…

रिपोर्ट वीरेश सिंह


तेज खबर 24 मंदसौर।
मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में रक्षाबंधन का त्यौहार आने से पहले कहीं खुशी तो कही गम के दो अलग-अलग मामले सामने आए है। एक मामले में 18 साल बाद बिछड़ा हुआ भाई अपने तीनों बहनों को जब मिला तो उनके खुशी का ठिकाना ना रहा तो वहीं दूसरी घटना में रक्षाबंधन पर अपनी बहन से राखी बंधवाने के लिए दिल्ली से घर आ रहे इंजीनियर की ट्रेन से गिरने के कारण मौत हो गई।

जल्दबाजी में ट्रेन से गिरने पर मौत…
जानकारी के तहत मंदसौर जिले के शामगढ़ निवासी रौनक मदालिया पिता गोविंद मादलिया की ट्रेन से गिरने के कारण मौत हो गई। वह दिल्ली में आईटी इंजीनियर था और रक्षाबंधन पर वह अपनी बहन से राखी बंधवाने के लिए गांव जा रहा था। बताते हैं कि नींद आने के कारण वह अपने स्टेशन पर नहीं उतर पाया और जब अगले स्टेशन में उसे जानकारी हुई की वह आगे निकल गया है तो जल्दबाजी में वह ट्रेन से उतरने लगा, इसी दौरान ट्रेन स्टेशन से रवाना हो गई जिसके चलते वह नीचे गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।

खुशियां गम में बदली…
रौनक की मौत हो जाने से घर में दो खुशियां एक साथ गम में बदल गई। जहां रक्षाबंधन पर बहन अपने इंजीनियर भाई का इंतजार कर रही थी और उसकी मौत हो जाने से बहन सहित पूरा घर गम में डूब गया वही बहन की शादी भी दीपावली पर्व के समय होनी थी जिसके चलते घर में शादी की तैयारियां जोरों से चल रही थी लेकिन इंजीनियर भाई की मौत होने से पूरा परिवार सदमे में है।

18 साल बाद मिला बिछड़ा हुआ भाई…
मंदसौर जिले में ही एक अन्य मामला सामने आया है जहां 18 साल बाद बिछड़ा हुआ भाई जब अपनी तीनों बहनों को मिला तो उनकी आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। जानकारी के तहत ऑपरेशन मुस्कान के तहत पुलिस गुमशुदा लोगों के संबंध में जानकारी एकत्रित कर रही थी इसी दौरान एक युवक पुलिस के हाथ लगा। वह ना तो बोल सकता था और ना ही सुन सकता था लेकिन इशारों में वह बताया की लिख सकता है और लिखकर उसने अपना नाम और जिले का नाम मंदसौर बताया तो वहीं इशारों में वह पुलिस को कुछ जानकारी दिया जिस पर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। पुलिस की तलाश के दौरान अंततः युवक का पता चल गया वह पिपरिया मंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत पारसनाथ निवासी पंकज सूर्यवंशी पिता रंगलाल सूर्यवंशी है और उसकी पहचान उसकी बहने और मां ने थाने में पहुंचकर किया। बताते हैं वह 2006 में वह लापता हो गया था तब परिजनों ने उसके गुम होने की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई थी।

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