तेज खबर 24 एमपी।
मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सियासी गलियारे में बड़ी उथल-पुथल का दौर जारी है। गुरुवार को मध्य प्रदेश के शिवपुरी से कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने अचानक से पार्टी से इस्तीफे की घोषणा कर राजनीतिक गलियारे में हड़कंप मचा दिया है। दरअसल कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने भाजपा कार्य समिति से इस्तीफा की घोषणा करते हुए शिवपुरी स्थित अपने निज निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी पुष्टि कर दी है।
कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी नें मीडिया के सामने अपना दर्द बयां करते हुए स्तीफे की वजह बताते हुए कहा कि उन्हें काफी दिनों से पार्टी के द्वारा नजर अंदाज किया जा रहा था। इसके अलावा उन्होंने स्तीफे की एक और खास वजह बताई जिसमें उन्होंने कहा कि पूरे ग्वालियर चंबल संभाग में मेरे जैसे कई कार्यकर्ता हैं जिनकी अपेक्षा नवागत भाजपाई कर रहे हैं। दरअसल नवजात भाजपाई कोई और नहीं बल्कि सिंधिया समर्थक विधायक है और खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया है।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योतीरिदित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन्होंने किसाने की कर्ज माफी को लेकर कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाकर कांग्रेस की सरकार गिराई थी आज वही ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा की सरकार बनने के बाद किसानों की कर्ज माफी करना तो दूर कर्ज माफी की बात तक नहीं कर रहे हैं।
विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने अपने स्तीफा पत्र में लिखा है कि मुझे पार्टी में काफी समय से नजरअंदाज किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी समस्या कई बार शीर्ष नेताओं को बतानी चाही, लेकिन किसी ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों पर भी भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए।
फिलहाल भाजपा विधायक द्वारा पार्टी की कार्य समिति से इस्तीफा दिए जाने के बाद प्रदेश भर की राजनीति में हड़कंप मच गया है और एक बार फिर विपक्षी दल को सत्ताधारी दल भाजपा पर सवाल खड़े करने का बड़ा मौका मिला है।