तेज खबर 24 एमपी।
मध्य प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में विरोध और बगावत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी द्वारा पार्टी से इस्तीफा देने के महज 24 घंटे बाद अब नर्मदापुरम से बीजेपी के पूर्व विधायक गिरजाशंकर शर्मा ने पार्टी से इस्तीफे की घोषणा कर दी है।
पूर्व विधायक गिरजाशंकर शर्मा ने शुक्रवार को नर्मदापुर में स्थित आवास में प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर पार्टी से इस्तीफे की घोषणा की है।
पूर्व विधायक गिरजाशंकर शर्मा ने भी कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी की तरह पार्टी पर उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि संगठन में नए लोगों के आ जाने से पुराने लोगों को तवज्जो नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कई बार अपनी बात संगठन के सामने रखने की कोशिश की लेकिन किसी ने भी उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया।
उन्होंने कहा कि इन दिनों प्रदेश में महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार पूरे चरम पर है, लेकिन सरकार पूरी तरह से फेल है। उन्होंने व्यापम और पटवारी भर्ती घोटाले का भी जिक्र करते हुए कहा कि इन घोटालों की वजह से आज प्रदेश का युवा बेरोजगार घूम रहा है उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है।
आपको बता दें कि पूर्व विधायक गिरजाशंकर शर्मा भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेताओं में रहे हैं। वह पार्टी से दो बार विधायक चुनकर विधानसभा पहुंचे, इसके अलावा उन्होंने पार्टी की कई जिम्मेदारियां को बखूबी निभाया भी है।
पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा करते हुए गिरिजा शंकर शर्मा ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि अब वह आगे किस पार्टी के साथ काम करेंगे, लेकिन चर्चा है कि बीते कुछ दिनों पहले उनकी मुलाकात पीसीसी के अध्यक्ष कमलनाथ से हुई थी इसके बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि गिरजाशंकर शर्मा कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं, तो वही चर्चा यह भी है कि गिरजा शंकर शर्मा को आम आदमी पार्टी ने भी आफर दिया है।