नाबालिग नें शातिर अपराधी सहित 3 लोगों के साथ मिलकर की वारदात, नागालिग सहित 2 गिरफ्तार 2 की तलाश जारी
तेज खबर 24 मऊगंज रीवा।
मऊगंज जिले में एक नाबालिक देवर ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर ऐसी घटना को अंजाम दिया जिसे जानकर उसकी भाभी के होश उड़ गए। दरअसल इस नाबालिक देवर ने अपनी भाभी के ही बैंक खाते से धोखाधड़ी कर 6 लाख 58 हजार रुपए पार कर दिया। इस बात की जानकारी पीड़ित महिला को तब हुई जब वह बैंक पहुंची, जहां पता चला कि उसके खाते से लाखों रुपए अज्ञात व्यक्ति द्वारा निकाले जा चुके हैं। पीड़ित महिला ने इस मामले की शिकायत मऊगंज थाने में दर्ज कराई और जब पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा किया तो पीड़ित महिला हैरान रह गई। क्योंकि महिला के खाते से रकम उड़ाने वालों में कोई और नही बल्कि उसका नाबालिग देवर शामिल था। जिसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस नें फिलहाल नाबालिक देवर सहित एक शातिर बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मामले में दो आरोपी अभी फरार बताए गए हैं जिनकी तलाश फिलहाल जारी है।
जानकारी के मुताबिक़ मऊगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली महिला के खाते से 6.58 लाख रुपए अज्ञात व्यक्ति द्वारा निकाल लिए गए थे । पीड़ित महिला ने शिकायत मऊगंज थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन ने तत्काल मऊगंज पुलिस को कार्रवाई के निर्देश जारी किए। पुलिस ने संदेही महिला के देवर को हिरासत में लिया तो उसने पूछताछ में अपने साथियों के साथ मिलकर रुपए निकालना स्वीकार किया। उसकी निशानदेही पर शातिर बदमाश अमित पाण्डेय पिता रमेश पाण्डेय निवासी जमुई थाना मऊगंज को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने महिला के खाते से रुपए निकालने की साजिश का खुलासा कर दिया। उसके कब्जे से 3.80 लाख रुपए नकद, वारदात में प्रयुक्त मोबाइल व बाइक बरामद हुआ है।
आदतन अपराधी निकला मास्टरमाइंड
पुलिस के मुताबिक आरोपी अमित पाण्डेय आदतन अपराधी है, जिसके खिलाफ लूट के तीन मामले दर्ज हैं। बताया गया की आरोपी ने घटना के बाद सतना से दस हजार रुपए में एक टैटू अपने हाथ में गुदवाया था और उसके बाद भोपाल निकल गया था। इस मामले में दो अन्य आरोपी फरार हैं जिनकी भी तलाश की जा रही है जिनके पकड़े जाने के बाद खाते से निकाले गई शेष रकम भी बरामद हो जायेगी।
ऐसे दिया घटना को अंजाम
नाबालिग ने महिला के मोबाइल की सिम निकालकर उसे अपने दोस्त के आधार कार्ड से लिंक करवाकर पोर्ट कराया। उसके बाद ऑनलाइन बैकिंग के अन्य अप्लीकेशनों के माध्यम से रुपए निकालने शुरू कर दिए। आरोपियों ने कुछ रुपए दूसरे यूपीआइ नम्बरों पर ट्रांसफर भी किए हैं। गनीमत रही कि महिला बैंक चली गई और पूरा मामला सामने आयेगा अन्यथा आरोपी पूरा खाता खाली करने की तैयारी में थे।