पहलीबार छात्र नेता बनकर रीवा आए थे मोहन यादव, रीवा में ही पत्नी नें की थी पढ़ाई…
तेज खबर 24 रीवा।
मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री के नाम नें हर किसी को चौंकाकर रख दिया है। मुख्यमंत्री की रेस में शामिल सभी नामों को पार्टी नें दरकिनार करते हुये मोहन यादव के नाम पर अपनी मुहर लगाई और मोहन यादव को मुख्यमंत्री पद की बड़ी जिम्मेदारी दी है। बताया जा रहा है कि प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव का रीवा से गहरा रिश्ता है। उनके वैवाहिक रिश्ते की डोर रीवा से ही बंधी थी।
सन् 1992 में जब रीवा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का बड़ा सम्मेलन शहर के जेलमार्ग स्थित सरस्वती शिशुमंदिर में आयोजित किया गया था। उस दौर में मोहन यादव अच्छे छात्र नेताओं में गिने जाते थे और वे वक्ता भी अच्छे थे। सम्मेलन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े कुछ लोग भी शामिल हुए थे। मोहन यादव के बारे में संघ के ही एक सदस्य ने ब्रह्मानंद यादव को बताया। ब्रह्मानंद शिक्षक थे और बेटी सीमा की शादी के लिए चर्चा संघ के संबंधित व्यक्ति से की थी। सूचना मिलने पर ब्रह्मानंद सरस्वती शिशुमंदिर पहुंचे और मोहन से मुलाकात की। उनके और परिवार के बारे में जानकारी ली। इसके बाद मोहन यादव को अपने घर भी बुलाया। फिर ब्रह्मानंद उज्जैन में मोहन के परिवार से मिलने गए और दोनों परिवारों का रिश्ता तय हो गया।
मोहन यादव के ससुर ब्रह्मानंद जिले के अलग.अलग स्कूलों में लंबे समय तक शिक्षक रहे। 1987 में सिलपरा की स्कूल से वह सेवानिवृत्त हुए थे। पहले रीवा ही बारात आने की बात तय हुई थी, लेकिन बाद में यह तय किया गया कि लड़की और परिवार के सभी सदस्य उज्जैन में जाकर शादी करेंगे। धूमधाम से शादी हो गई। मोहन यादव अक्सर रीवा आते रहे हैं।
बताया गया कि मोहन यादव की पत्नी तीन भाई बहन है। पत्नी सीमा की पढ़ाई रीवा में हुई है। उन्होंने टीआरएस कॉलेज से स्नातक और पीजी किया है। बड़े भाई एयरफोर्स से सेवानिवृत्त होने के बाद उज्जैन में ही रहने लगे हैं। छोटा भाई विवेक गांव में हैए जहां पर कुछ समय पहले पिता ब्रह्मानंद यादव भी गए हैं। उन्होंने बताया कि पिता 1960 के पहले ही रीवा आए थे और यहां शिक्षक बनने के बाद परिवार के सभी सदस्यों की शिक्षा रीवा से ही हुई है।