वन्यप्राणियों को भी ठंड का खतरा, ठंड से बचने किये जा रहे इंतजाम…
तेज खबर 24 रीवा सतना।
मध्यप्रदेश के रीवा और सतना के बीच स्थित मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी में दारा नाम के बाघ की हुई मौत की बड़ी सामने आई है। बाघ की मौत के बाद किये गए पोस्टमार्टम व अन्य परीक्षण की जो रिपोर्ट आई है उसके मुताबिक दिल का दौरान पड़ने से बाघ की मौत हुई थी, यानी को बाघ को कार्डियक अटैक आया जिससे उसकी मौत हुई। पशु चिकित्सकों का मनाना है कि ठंड में ना सिर्फ इंसानों को कार्डिक अटैक का खतरा रहता है बल्कि वन्यप्राणियों को भी खतरा रहता है जिसके चलते वन्य प्राणियों को ठंड से बचाने के लिये इंतजाम किये जा रहे है।
दरअसल महाराजा मार्तण्ड सिंह जू देव व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू सेंटर में गत माह 14 नवंबर को सात साल के बाघ की हुई मौत के कारण सामने आए हैं। बाघ दारा की मौत कार्डियक अटैक से हुई थी। इसकी पुष्टि वहां के चिकित्सकों ने की है।
व्हाइट टाइगर सफारी व जू सेंटर मुकुंदपुर के डॉ राजेश तोमर ने बताया कि बाघ की मौत के बाद पोस्टमार्टम और अन्य परीक्षण में यह सामने आया कि दारा नाम के बाघ को अचानक से कार्डियक अटैक पड़ा था। इसके चलते उसकी जान चली गई। बाघ पिछले काफी समय से हार्निया की बीमारी से जूझ रहा था। उसका ऑपरेशन 10 नवंबर के आसपास जबलपुर वेटरनरी कॉलेज के डॉक्टरों की टीम ने मुकुंदपुर में ही किया था। बाघ को अटैक का मुकुंदपुर जू सेंटर का यह पहला मामला है।
फिलहाल वन्य प्राणियों को ठंड के साथ अटैक से बचाने के लिये डाइट बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही नाइट हाउस का तापमान भी निश्चित टेंपरेचर पर रखा जा रहा है। जू सेंटर में ब्लोअर व अन्य इंतजाम किए गए हैं।