बकरियों के लिये पत्ती तोड़ने के विवाद में हुई थी चरवाहे की हत्या, आरोपियों ने कुल्हाड़ी से किया था हमला
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा जिले के मनगवां में एक चरवाहे की महज बबूल की पत्तियों के लिये हत्या कर दी गई। चरवाहा यह पत्तियां अपने लिये नहीं बल्कि बकरियों का पेट भरने के लिये तोड़ रहा था और जब उसने दूसरे चरवाहों को पत्तियां देने से मना किया तो उन्होंने कुल्हाड़ी से हमला कर उसकी हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस ने मामूली सी बात पर हत्या कर फरार हुये आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल मामला रीवा के मनगवां थाना क्षेत्र कुंइयां गांव का है जहां रविवार को ग्राम कुंइयां में बकरियां चराने गए ग्राम उमरिहा निवासी सोनू यादव पिता सुरेश यादव उम्र 19 वर्ष की कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी गई थी। इलाके में दिनदहाड़े हुई युवक की हत्या की वजह महज बबूल के पेड़ की पत्तियां थी जिसे वह अपनी बकरियों को खिलाने के लिये तोड़ रहा था लेकिन वहां मौजूद चरवाहें ने जब पत्ती मांगी तो उसने देने से इंकार कर दिया और इसी बात पर हुये विवाद को लेकर दूसरे चरवाहें ने अपने अन्य साथी व परिवारजनों के साथ मिलकर उस पर हमला कर दिया। आरोपियों ़द्वारा कुल्हाड़ी से किए गए हमले से युवक गंभीर रुप से घायल हो गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
आरोपी भी गया था बकरी चराने
पुलिस के मुताबिक मृतक के साथ साथ आरोपी अश्वनी उर्फ सनी यादव भी चरवाहा था जो बकरियां लेकर चराने के लिये कुंईयां गांव गया था। आरोपी ने मृतक से जब पत्तियां मांगी तो उसने देने से इंकार कर दिया और इसी बात को लेकर हुये विवाद के दौरान आरोपी अपने साथ रामजी यादव, राजकरण यादव सहित एक अन्य को बुलाकर लाया और मारपीट करते हुये कुल्हाड़ी से हमला कर दिया जिस दौरान चरवाहें सोनू की मौत हो गई।
24 घंटे के भीतर आरोपी हुये गिरफ्तार
इलाके में दिनदहाड़े हुई हत्या के मामले में पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर हत्या में शामिल 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। थाना प्रभारी दिलीप कुमार दाहिया के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों में अश्वनी उर्फ सनी यादव पिता रामचरण यादव उम्र 20 वर्ष, रामजी यादव पिता रामसखा यादव उम्र 41 वर्ष, राजकरण यादव पिता रामसिया यादव उम्र 36 वर्ष व एक नाबालिग शामिल है। घटना के महज 24 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी दिलीप कुमार दाहिया सहित उप निरीक्षक आरके वर्मा, सहायक उप निरीक्षक पदमेश मिश्रा, सहायक उपनिरीक्षक सियाशरण रावत, आरक्षक प्रमोद कुमार बारस्कर, आरक्षक यशवंत सिंह व सायबर सेल टीम की मुख्य भूमिका रही है।