गांव पहुंचने के लिये सड़क ही नहीं, पगडंडियों में चलकर गांव पहुंचते है ग्रामीण
तेज खबर 24 रीवा।
पूरे प्रदेश में चल रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का शोर अब जोर पकड़ चुका है। प्रत्याशी वोट के लिये गांव गांव पहुंच रहे है लेकिन इस चुनावी शोर में रीवा के एक गांव के लोगों ने अपनी समस्या की मांग को बुलंद करते हुए चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। दरअसल यह गांव सड़क विहीन है जिसके लिए ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों से लेकर शासन और प्रशासन से कई बार गुहार लगाई लेकिन जब उनकी आवाज को किसी ने नहीं सुना तो ग्रामीणों ने तीसरे चरण में होने वाले चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया और सड़क नहीं तो वोट नहीं का नारा दिया है।
जानकारी के मुताबिक रीवा में पंचायत चुनाव का बहिष्कार त्योथर जनपद के ग्राम पंचायत कूड़ी के बेलहा गांव के लोगों ने किया है।ग्रामीणों का कहना है कि गांव में सड़क तक नहीं बन पा रही है। सुविधाओं के लिए वह कई बार अधिकारियों को लिखित व मौखिक रुप से शिकायत कर चुके है। लेकिन सुनवाई अब तक नहीं हुई तो वह अपने मताधिकार का उपयोग क्यों करें।
बताया गया कि बेलहा गांव के लोग कई सालों से मूलभूत सुविधाओं का इंतजार कर रहे हैं लेकिन अब तक कुछ नहीं हो सका। मांग करने के बाद भी किसी ने नहीं सुनी। इस गांव के लोग पिछले कई वर्षों से सड़क की सुविधा को तरस रहे हैं। सड़क की सुविधा नहीं होने से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है इसलिए ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार करने का मन बनाया है। ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा दिया है।
ग्रामीणों की माने तो गांव के लिए रास्ता ना होने से बरसात के दिनों में हालात बहुत ही खराब हो जाते है चारों तरफ कीचड़ ही कीचड़ हो जाता है। बीमारी व अन्य परेशानी होने पर कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। गांव में ना ही एंबुलेंस आती है और ना ही कोई शासकीय सुविधा । जैसे तैसे पगडंडी वाले रास्तों से होकर गांव तक ग्रामीण पहुंचते है।