छात्राओं ने वार्डन से लेकर प्यून और रसोइयां सहित अन्य कर्मचारिया पर लगाया धमकाने का आरोप…
तेज खबर 24 रीवा।
घरों से बाहर रहकर पढ़ाई करने वाली छात्राओं की सुरक्षा भगवान भरोसे है। हाल ही में पंजाब और मध्यप्रदेश के भोपाल में हुए एमएमएस कांड के बाद अब रीवा के हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं ने सुरक्षा की गुहार लगाई है। छात्राओं ने छात्रावास की वॉर्डन से लेकर प्यून स्तर तक के कर्मचारियों पर ना सिर्फ गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया है बल्कि उनके खिलाफ आवाज बोलने पर धमकाने का भी आरोप लगाया है। दर्जनभर से अधिक की संख्या में छात्राओं ने रीवा के कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर ना सिर्फ सुरक्षा की गुहार लगाई बल्कि छात्रावास के कर्मचारियों की जांच कर उन्हें हटाने की मांग की है।
दरअसल मामला रीवा के नवीन अनुसूचित जाति सीनियर छात्रावास बोदाबाग का है। कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची छात्राओं ने बताया कि छात्रावास में पदस्थ अधीक्षिका से लेकर प्यून स्तर तक के कर्मचारी द्वारा उनके साथ गलत व्यवहार किया जाता है, यहां तक की खाना बनाने वाली रसोइयां द्वारा भी अभद्रता की जाती है और अच्छे से खाना नहीं दिया जाता है।
उनका कहना है कि कई बार जब उनके द्वारा सही ढंग से खाना देने की बात कही गई तो छात्रावास से नाम कटवाने तथा जान से मारने की धमकी दी गई और बोला गया कि जो करना हो कर लो कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
आरोप है कि इस तरह की धमकियां उन्हें कई बार मिल चुकी है जिसे लेकर छात्राओं के बीच डर का माहौल है। छात्राओं ने अपने शिकायती पत्र के माध्यम से कहा है कि अगर उनके साथ किसी भी तरह की घटना होती है तो उसका जिम्मेदार छात्रावास प्रबंधन होगा। फिलहाल छात्राओं ने अपने लगाए गए आरोपों की जांच कराने सहित संबंधित अधिकारी व कर्मचारी के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है।